समाचार सच, दिल्ली डेस्क। राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 375 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी के करीब है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, धुंध और स्मॉग की मोटी चादर से शहर की दृश्यता काफी घट गई है। दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 184.4 और पीएम 10 का स्तर 301.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया है।
शहर के कई हिस्सों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है। विवेक विहार में एक्यूआई 426, आनंद विहार में 415, अशोक विहार में 414, बवाना में 419 और सोनिया विहार में 406 दर्ज किया गया कृ जो सभी ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, 38 में से 37 मॉनिटरिंग केंद्रों ने एक्यूआई 300 से ऊपर दर्ज किया है। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह के समय आसमान में पीले धुएं जैसी दिखने वाली परत दरअसल स्मॉग है कृ जो कोहरे और प्रदूषण का मिश्रण है। यह न केवल दृश्यता घटाता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करता है, खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों के लिए।
वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, दिल्ली का वेंटिलेशन इंडेक्स 6,000 वर्ग मीटर प्रति सेकंड के अनुकूल स्तर से नीचे बना हुआ है। 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रफ्तार वाली कमजोर हवाओं और घने कोहरे के कारण प्रदूषक वातावरण में फंसे हुए हैं।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि गुरुवार सुबह पालम में दृश्यता 1,000 मीटर और सफदरजंग में 800 मीटर दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है, जबकि सुबह 8.30 बजे आर्द्रता 90 प्रतिशत रही। दिन में अधिकतम तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस रहने और हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।

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