The festival of Ram Navami is celebrated on the Navami of Shukla Paksha of Chaitra month: Dr. Acharya Sushant Raj
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। डॉ0 आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था। हिन्दु धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की पुनः स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने मृत्यु लोक में श्री राम के रूप में अवतार लिया था। श्रीराम चन्द्र जी का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था। रामनवमी का त्यौहार पिछले कई हजार सालों से मनाया जा रहा है। रामनवमी के त्यौहार का महत्व हिंदु धर्म सभ्यता में महत्वपूर्ण रहा है। इस पर्व के साथ ही माँ दुर्गा के नवरात्रों का समापन भी होता है। हिन्दू धर्म में रामनवमी के दिन पूजा अर्चना की जाती है। रामनवमी की पूजा में पहले देवताओं पर जल, रोली और लेपन चढ़ाया जाता है, इसके बाद मूर्तियों पर मुट्ठी भरके चावल चढ़ाये जाते हैं। पूजा के बाद आघ्रती की जाती है। कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते है। यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। रामनवमी के दिन ही चौत्र नवरात्र की समाप्ति भी हो जाती है। हिंदु धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था अतः इस शुभ तिथि को भक्त लोग रामनवमी के रूप में मनाते हैं एवं पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य के भागीदार होते है। सनातन धर्म की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में मानव रूप में जन्म लिया था। मान्यता है कि राम नवमी पर भगवान राम की पूजा करने से यश और वैभव की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख समृद्धि हमेशा रहती है। भगवान राम की आराधना करने से जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है और सर्व कार्य सिद्ध हो जाते हैं। इस दिन राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से जीवन की हर चीजों अनुकूल होने लगती है।
नए साल में चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि यानी कि 30 मार्च 2023 को राम नवमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन राम मंदिरों में भजन, कीर्तन, शोभायात्रा निकाली जाती है। हिंदूओं के लिए ये त्योहार खास महत्व रखता है। पूरे भारतवर्ष में इसे धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन राम जन्मभूमि अयोध्या में इसकी रौनक अलग ही होती है। पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 29 मार्च 2023 को रात 09 बजकर 07 मिनट पर आरंभ हो रही है। नवमी तिथि की समाप्ति 30 मार्च 2023 को रात 11 बजकर 30 मिनट पर होगी।
राम नवमी मध्याह्न मुहूर्त – सुबह 11.17 – दोपहर 01.46 अवधि – 02 घण्टे 28 मिनट्स
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