रात में जब आप सो रहें हो और अचनाक से खांसी शुरू हो जाएं, तो कर लें ये काम

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। रात में जब आप सो रहें हो और अचनाक से खांसी शुरू हो जाएं तो पुरी नींद खराब कर देती है। हालांकि यदि दोबारा नींद आ जाएं तो सुबह यह बात याद तक नहीं रहती है। ना ही खांसी के इलाज के बारे में ही कोई जरूरत महसूस होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं सोते से समय आने वाली खांसी कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकती है।

एनसीबीआई के अनुसार, रात की खांसी श्वसन की बीमारी जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या श्वसन संक्रमण बीमारियों का लक्षण हो सकती है। इसके साथ ही अगर आपको एसिडिटी या जीईआरडी जैसी पाचन संबंधी कोई समस्या है, तो इसके वजह से भी आपको रात में खांसी की दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा वातावरण में मौजूद एलर्जेनिक यौगिकों, जैसे धूल, मोल्ड, मैट्रेस माइट्स आदि भी खांसी का कारण बनते हैं।

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यदि रात में खांसी लगातार बनी रहती है और अपने आप दूर नहीं होती है, तो आपको खांसी कम करने के लिए डॉक्टर से मिलने या यहां बताएं कुछ घरेलू उपचारों को आजमाने की आवश्यकता पड़ सकती है।

सोने से पहले नमक वाले पानी से करें गरारा

एनआईएच के अनुसार, गले में खराश या जलन को कम करने के लिए खारे पानी से गरारे करना फायदेमंद होता है। इससे गले से अवांछित कणों और रोगजनकों को बाहर निकालने और संक्रमण को रोकने या प्रबंधित करने में मदद भी मिलती है। ऐसे में यदि आप रात की खांसी से परेशान हैं तो रोज रात में खारे पानी से गरारे करके सोएं

इशेंसियल ऑयल
इशेंसियल तेल खांसी, ब्रोंकाइटिस, ब्रोंकियोलाइटिस और अन्य ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। मोटी सौंफ़, कड़वा सौंफ फल, युकलिप्टुस, पुदीना लाइम के पौधों से तैयार किए गए तेल खांसी को कम करने बहुत फायदेमंद माने जाते है। रोज रात में सोने से पहले पानी में यूकेलिप्टस या पेपरमिंट की कुछ बूंदें डालें और भाप लेने से आपको खांसी से आराम मिल सकता है।

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शहद के साथ नींबू का सेवन करें
सोने से पहले शहद के साथ नींबू पीने से गले को आराम मिलता है और जलन कम होती है। खांसी में यह दवा के जैसा ही असर दिखाता है। लेकिन ध्यान रहें कि इसे छोटे बच्चों को न दें।

नेतिक्रिया
यह एक योग-आधारित उपचार है और हठ योग की छह सफाई तकनीकों या षट्कर्मों में से एक है। इसे करने के लिए नेति बर्तन का उपयोग किया जाता है। इसमें गुनगुना खारा पानी भरकर इसे नाक के एक छेद से डाला जाता है और दुसरे छेद से निकाला जाता है।

अदरक का सेवन
अदरक सूखी या दमा की खांसी को कम कर सकता है। क्योंकि इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। यह मतली और दर्द से भी छुटकारा दिलाने में मददगार होता है। इसे भोजन के साथ पकाकर या इसकी चाय का सेवन कर सकते हैं।

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