विश्व दिव्यांग दिवसः हल्द्वानी में राज्य स्तरीय समारोह, सीएम धामी ने कहा- आप दिव्यांग नहीं, दिव्य-अंग हैं, 41 वीर प्रतिभाओं को मिला सम्मान

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समाचार सच, हल्द्वानी। विश्व दिव्यांगजन दिवस पर हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार समारोह गरिमा व प्रेरणा से भरा रहा। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 41 प्रतिभाशाली दिव्यांगजनों को पुरस्कार राशि, मेडल, प्रशस्ति पत्र और मानपत्र देकर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री धामी ने दिव्यांगजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिवस केवल उत्सव नहीं, बल्कि उन व्यक्तियों के अदम्य साहस का सम्मान है, जिन्होंने चुनौतियों को अवसर में बदलकर समाज को नई दिशा दी है। उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि दिव्यांगता शरीर में हो सकती है, सपनों में नहीं। आप दिव्यांग नहीं, समाज के दिव्य-अंग हैं।

उन्होंने पैरालंपिक स्वर्ण विजेता मुरलीकांत पेटकर, इंग्लिश चैनल पार करने वाले सत्येंद्र सिंह लोहिया, और बिना हाथों की विश्व चौंपियन तीरंदाज शीतल देवी का उल्लेख करते हुए दिव्यांग प्रतिभाओं की प्रेरक क्षमता को रेखांकित किया। हाल ही में भारतीय दिव्यांग महिला क्रिकेट टीम द्वारा टी-20 ब्लाइंड वूमेन वर्ल्ड कप-2025 जीतने पर उन्होंने गर्व व्यक्त किया।

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राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों हेतु प्रमुख कल्याण योजनाएँ
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों को समान अवसर और सुगम जीवन देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस दौरान उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर दिव्यांगजनों को ₹1500 मासिक पेंशन, दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को ₹700 मासिक भरण-पोषण अनुदान, तीलू रौतेली विशेष पेंशन एवं बौना पेंशन योजना के अंतर्गत ₹1200 मासिक पेंशन, सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों के लिए क्षैतिज आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत, छात्रवृत्ति एवं शैक्षिक सहायता, कृत्रिम अंगों हेतु ₹7000 अनुदान, दिव्यांग से विवाह पर ₹50,000 प्रोत्साहन राशि, दिव्यांग छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग, जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्रों से सभी योजनाओं का एकीकृत लाभ साहित राज्य में कॉमन साइन लैंग्वेज, सुगम्यता-युक्त भवन, अस्पताल, बस अड्डे, और ऑनलाइन सुनवाई व्यवस्था जैसी सुविधाओं पर विशेष जोर दिया गया है। उन्होंने बताया कि देहरादून में राज्य का पहला प्रधानमंत्री दिव्यांशा केंद्र प्रारंभ हो चुका है, तथा राज्य गठन के बाद पहली बार दिव्यांग सर्वेक्षण भी शुरू किया गया है।

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एआई आधारित नवाचारों के लिए युवाओं को प्रेरित किया
सीएम धामी ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने आविष्कारों में दिव्यांगजनों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दें और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तकनीक तैयार करें। अधिकारियों को ऐसे नवोन्मेषी युवाओं को हरसंभव सहयोग देने के निर्देश दिए।

41 प्रतिभागियों का सम्मान
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 41 दिव्यांग प्रतिभाओं को ₹8000 की राशि, मेडल, प्रशस्ति पत्र और मानपत्र प्रदान करके उनका मनोबल बढ़ाया।

शिलान्यास और उद्घाटन
समारोह के दौरान सीएम धामी ने देहरादून में ₹905.13 लाख की लागत से बनने वाले आयुक्त दिव्यांगजन उत्तराखण्ड एवं अन्य विभागों के बहुउद्देशीय कार्यालय भवन का शिलान्यास किया। इसके साथ ही नैनीताल स्थित प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (एलिम्को) का उद्घाटन भी किया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरमवाल, मेयर गजराज बिष्ट, विधायक बंशीधर भगत, सरिता आर्या, राम सिंह कैड़ा, भाजपा महामंत्री तरुण बंसल, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और दिव्यांगजन उपस्थित रहे।

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