समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। जैतून का तेल सिर्फ त्वचा के लिए नहीं, बल्कि कानों की देखभाल के लिए भी फायदेमंद है। यह न केवल कानों में जमी गंदगी और मोम को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि कानों को नमी और कोमलता भी प्रदान करता है।
जैतून के तेल के लाभ
कान की सफाई – जैतून का तेल कानों में जमी मोम को नरम करता है, जिससे वह आसानी से बाहर निकलने में मदद करता है।
सूजन और इन्फेक्शन से सुरक्षा – जैतून का तेल एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है, जो कान में संक्रमण या जलन को कम कर सकता है।
कानों की नमी बनाए रखना – जैतून का तेल कानों की त्वचा को नमी प्रदान करता है और सूखापन या खारिश को दूर करता है।
दर्द और सूजन में राहत – यदि कान में दर्द या सूजन हो, तो जैतून का तेल उसे कम करने में सहायक हो सकता है।
जैतून के तेल का उपयोग करने का तरीका-
साफ करें हाथ- सबसे पहले, अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
तेल गरम करें – जैतून का तेल थोड़ा गर्म करें, लेकिन ध्यान रखें कि यह अधिक गर्म न हो, ताकि कान में जलन न हो।
तेल को कान में डाल – एक या दो बूंद तेल को एक स्वच्छ ड्रॉपर या छोटी सिरिंज में भरकर कान में डालें।
कान को हल्का मसाज दें – तेल डालने के बाद, कान को हल्के से मसाज करें ताकि तेल अच्छे से अंदर पहुँच सके।
थोड़ा समय छोड़ें – तेल को कान में कुछ मिनटों के लिए छोड़ें, ताकि यह गंदगी या मोम को नरम कर सके।
साफ करें- थोड़ी देर बाद, एक कोमल कपड़े या रूई से कान को साफ करें। ध्यान रखें कि बहुत गहरे में न जाएं, जिससे कान को नुकसान हो सकता है।
सावधानी
- अगर आपको कान में दर्द या इन्फेक्शन महसूस हो, तो जैतून का तेल इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- अत्यधिक तेल डालने से बचें, क्योंकि यह कान में अधिक मोम जमा कर सकता है।
- इस तरह से आप जैतून के तेल का सही उपयोग करके कानों की देखभाल कर सकते हैं।
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