भाग्य….

वो दिन रात काम करते हैं,हर पल का हमेशा सम्मान करते हैं,उठते हैं गिरकर भी निराशा को हटाकर,मन का पुनः निर्माण करते हैंअनेक उलझनों के साथराह उलझती जाती हैफिर भी बटोर के शक्तियां अपनी वो चलते हैं।जब मंजिल उसके कदम…

मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदान जरूरी है

पांच साल में एक बार आता है ये त्योहार.राजा रंक सभी को मिलता एक जैसा अधिकार .हरेक वोट की क़ीमत है इनसे बनती सरकार.आओ डालें वोट बनाएं एक अच्छी सरकार. सब तो डाल रहे हैं मैं ना डालूँ भी तो…

कवयित्री इंदू की होली गीत संग्रह खेलो अबीर गुलाल का विमोचन

विमोचन समारोह के दौरान आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया समाचार सच, हल्द्वानी। काव्य रत्नम संस्था के तत्वावधान में खंडेलवाल भवन में कवयित्री इन्द्रा तिवारी इंदू के होली गीत संग्रह खेलो अबीर गुलाल का विमोचन हुआ।…

हास्य-व्यंग्य : नारद जी की कुम्भ – यात्रा

पिछले दिनों नारद जी कुम्भ यात्रा पर निकल पड़े ।पर जगह जगह थे जाम सो रास्ते में रह गए खड़े ।।अचानक सामने देखा हमको तो मुस्काये ।बोले बेटा यमदूत तू ही हमें हरिद्वार पँहुचाये ।।मैंने फ़ौरन उनको साथ ले पकड़ी…

अरमान बिटिया के…

काश मैं बिटिया के अरमानों को पूरा कर पाता,पापा ये होता, वो होता, ऐसा होता, वैसा होता।बिटिया के ख्वाहिशों को पंख लगा पाता,काश मैं बिटिया के अरमानों को पूरा कर पाता।झूठी आशा देकर मैं थकता जा रहा हूं।बिटिया से नजर…

चेली…

चेली।एक दिन उड़ जायेगी,मेरे घरौंदे सेअपना घरौंदा बनाने।उसकी यादों को,मैं सहेजना चाहता हूं।चेली।एक दिन ओझल हो जायेगी,मेरेे घर से।मैं उसकी बचपन की किलकारियों को,सहेजना चाहता हूं।चेली।एक दिन रूखसत हेा जायेगी,मेरी दहलीज से।मैं उसका सामीप्य चाहता हूं।चेली।धीरज भट्टहल्द्वानी

कविता : बड़ी हो चली हैं बेटियां

बड़ी हो रही हैं बेटियां, लगने लगा है मुझे अब डर,अनहोनी की आशंका से घबराहट व होती है फिक्र।जब तक नहीं पहुंचती हैं घर बेटियां, देखा रहता हूं डगर,अखबारों की सुर्खियों को देखकर मचलने लगता है जिगर।जब तक नहीं सुन…

‘कलयुगी’ ने किया स्वरचित कविता का पाठ

समाचार सच, हल्द्वानी। 15 अगस्त के शुभअवसर पर कवि भूपाल सिंह बिष्ट ‘कलयुगी’ ने स्वरचित कविता का पाठ किया। जिसमें उन्होंने भारत के स्वतन्त्रता दिवस को अपनी कविता के माध्यम से बखूबी पेश किया है।सैकड़ों सालों की गुलामी के बाद…

आहा रे ज़माना….

नहीं रहे लोक संगीत के पुरोधा हीरा सिंह राणा समाचार सच, देहरादून। कुमाऊंनी लोकगीतों को नई दिशा व ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले और गढ़वाली- कुमाऊंनी,- जौनसारी भाषा अकादमी दिल्ली के पहले उपाध्यक्ष लोकगायक हीरा सिंह राणा का देर रात विनोद नगर…