नया साल 2022 होगा नई चुनौतियों से रूबरू होने का साल

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आगामी वर्ष 2022 का अत्यंत उथल पुथल से भरे रहने का संकेत
नववर्ष 2022 का प्रारंभ शनिवार से हो रहा है जो शासन प्रशासन से लेकर जनजीवन तक के लिए शुभ संकेत नहीं
नया साल 2022 भारतवर्ष के लिए कुछ प्राकृतिक आपदाओं के साथ स्वर्णयुक्त प्रगति की ओर आगे बढ़ेगा

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क (देहरादून) डाक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुए बताया कि नया साल 2022 सभी के लिए नई उम्मीदें, नए सपने, नया लक्ष्य और नई चुनौतियों से रूबरू होने का साल होगा।
भारतीय ज्योतिष और अंक ज्योतिष के आधार पर विश्लेषण करने पर यह सिद्ध होता है कि आगामी वर्ष 2022 का अत्यंत उथल पुथल से भरे रहने का संकेत है। नववर्ष 2022 का प्रारंभ शनिवार से हो रहा है जो शासन प्रशासन से लेकर जनजीवन तक के लिए शुभ संकेत नहीं है। साल 2022 के स्पर्श की लग्न कन्या और राशि वृश्चिक है। चंद्रमा, मंगल एवं केतु के साथ तृतीय स्थान में रहने के कारण भारतवर्ष का पराक्रम तो बढ़ेगा, किन्तु राजनीतिक अस्थिरता का भी योग बनेगा। बुध लग्नेश है, अतः बुध शनि की युति अपने आप में स्वतंत्र भाव रखती है, जो समाज में और प्रवृत्ति में निरंकुशता को बढ़ाएगी। कुंभस्थ बृहस्पति के कारण राजा, मंत्री एवं प्रजा का परस्पर समभाव बना रहेगा। चूंकि साल 2022 का राजा शनि है और अंत भी शनि से ही है, अतः जन सामान्य का जीवन कष्टप्रद रहेगा। शनि बुद्ध के कारण जहां दर्घटना, दैवीय एवं प्राकृतिक आपदा आएगी, वहीं शासन स्तर पर यथोचित न्याय की स्थापना होगी। जनकल्याण के लिए उत्तम योजनाएं बनेंगी, जो देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करेंगी।
अमेरिका जैसे देशों को गंभीर समस्याओं का सामना करना होगा
शनि पश्चिम दिशा का स्वामी है, अतः अमेरिका जैसे देशों को गंभीर समस्याओं का सामना करना होगा। शनि मंगल का द्विद्वादश योग विश्व के कुछ शक्तिशाली देशों में आपसी वैमनस्य को बढ़ाकर परस्पर उग्ररुप धारण करेगा। यहां तक कि मित्र राष्ट्रों में भी राजनीतिक संबंध अचानक बिगड़ सकते हैं। ऐसी दशा में राष्ट्रों में ध्रुवीकरण की प्रवृत्ति जोर पकड़ेगी।
भारत में प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं
वर्ष लग्न के विचार से शनि की दृष्टि राहु पर होने के कारण ग्रह स्थिति इस वर्ष विश्वभर में अघटित एवं अप्रत्याशित घटनाचक्र का आभास कराएगी। भारत में पश्चिमोत्तर क्षेत्र भूकंप एवं भयंकर आंधी-तूफान की चपेट में आ सकते हैं। धन और जन की हानि हो सकती है।
नए साल 2022 में भारत के विदेशी पूंजी में वृद्धि होगी
आर्थिक क्षेत्र में भारत में विदेशी पूंजी की वृद्धि होगी। लोहा एवं खाद्य-अखाद्य तेलों के मूल्य में वृद्धि होगी। उत्तर में विपरीत जलवायु के कारण फसलें प्रभावित हो सकती हैं। देश में विविध प्रकार के रोगों की अधिकता रहेगी। इन सब के वाबजूद अंक ज्योतिष के आधार पर कहा जाता सकता है कि साल 2022 का पूर्णांक 6 है, जो शुक्र ग्रह का द्योतक है। अतः शनि, शुक्र और लग्नेश बुध की परस्पर मित्रता के कारण भारतवर्ष आर्थिक दृष्टि से विश्व के सफल एवं पूंजी समृद्ध देश की श्रेणी में जबरदस्त छलांग लगाएगा।
कई स्वर्णिम लोकोपकारी योजनाएं मूर्त रूप लेंगी। इस वर्ष 2022 में जुलाई से अक्टूबर के मध्य कोई ऐसी घटना घट सकती है, जिसके कारण पूरा विश्व भारत की ओर अपेक्षा की दृष्टि से देखेगा। कुल मिलाकर नया साल 2022 भारतवर्ष के लिए कुछ प्राकृतिक आपदाओं के साथ स्वर्णयुक्त प्रगति की ओर आगे बढ़ेगा।

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