अक्सर बच्चों को बदलते मौसम में रात को सोते समय खांसी की शिकायत रहती है तो इन घरेलू उपायों से दिलाएं आराम

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। मौसम का असर सबसे पहले बच्चे पर ही नजर आता है। खासकर खांसी उन्हें सबसे ज्यादा परेशान करती है। यदि खांसी रात को हो, तो इससे उनकी नींद बाधित होती है। अच्छी और पर्याप्त नींद न लेने से उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है और इम्यून कमजोर हो जाता है। यही कारण है हर मां कुछ ऐसे घरेलू उपाय अपनाती हैं, जिनकी मदद से बच्चे की खांसी फुर्र हो जाए। यहां हम आपको कुछ ऐसे ही घरेलू उपायों के बारे में बता रहे हैं।

बच्चे को निम्न कारणों से खांसी हो सकती है-

संक्रमण –
वायरल इंफेक्शन जैसे सर्दी और फ्लू के कारण बच्चे को खांसी हो सकती है।
एसिड रिफ्लक्स –
एसिड रिफ्लक्स का एक लक्षण खांसी है। यदि एसिड रिफ्लक्स है, तो बच्चे में अन्य लक्षण भी नजर आएंगे। उन पर गौर करें।
अस्थमा –
अस्थमा का निदान मुश्किल हो सकता है, क्योंकि हर बच्चे में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन खांसी के दौरान घरघराहट होना, खासकर रात में खांसी की स्थिति का बिगड़ जाना अस्थमा के लक्षणों में से एक है।
एलर्जी और साइनसाइटिस –
साइनस की कुछ एलर्जी के कारण खांसी हो सकती है।

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बच्चे में रात को खांसी आने के घरेलू उपाय
सर्दी के मौसम में बच्चों को खांसी हो सकती है। फूड एलर्जी, डस्ट एलर्जी या अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्सयाएं जैसे ब्रोंकाइटिस, फेफड़ोंमें संक्रमण के कारण भी खांसी होती है। यदि बच्चा रात को खांसता है, तो इसके लिए मौजूद हैं कुछ घरेलू उपाय।

नीलगिरि का तेल
यदि आपका बच्चा 2 साल से कम उम्र का है, उसके तकिए पर नीलगिरि के तेल की कुछ बूंदें डाल दें। इससे उसकी नाक खुल जाएगी और उसे बंद नाक से तुरंत आराम मिलेगा। आप उसके कपड़े में भी कुछ बूंद लगा सकती हैं। खांसी की अवस्था सुधरेगी और बच्चे को आराम मिलेगा। ध्यान रखें कि इस तेल से बच्चे के गले में मालिश न करें।

गर्म सूप
बच्चे को गर्म सब्ज्यिों या चिकन का सूप दें। इससे बच्चे को जल्द खांसी से छुटकारा मिलेगा। इससे उसके गले की खराश भी कम हो जाएगी।

आप अन्य कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से भी बच्चों में खांसी का इलाज कर सकते हैं, जैसे कि –

मिस्री
गले में हुई खराश से छुटकारा पाने के लिए बच्चों को मिस्री दी जाती है। खराश खांसी की एक बड़ी वजह है। छोटे बच्चे मिस्री को बहुत चाव से चूसते हैं। माना जाता है कि मिस्री गले में नमी बनाए रखती है, जिससे गले में जलन कम होती है। मिस्री की ही तरह कुछ टॉफियां भी मार्केट में मौजूद हैं, जो गले की खराश के लिए उपयोगी हैं। आप विकल्प के तौर पर इन्हें भी दे सकती हैं।
हल्दी
हल्दी कई मर्ज की एक दवा है। इसमें एंटीबैक्टीरियरल गुण होते हैं। घरेलू नुस्खों में इसे कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। खांसी के लिए हल्दी के साथ अलग-अलग चीजें मिला सकती हैं जैसे- एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाएं। यह दूध बच्चे को पीने के लिए दें। छोटे बच्चे संभवतः पूरा दूध न पी सकें, लेकिन इस दूध के कुछ चम्मच उन्हें जरूर दें। बच्चे को खांसी से आराम मिलेगा।
हल्दी और शहद
जैसा कि पहले ही बताया कि हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण हैं और शहद गले को तर रखता है। यह गले को स्मूद रखता है जिससे बच्चे को रात के समय होने वाली सूखी खांसी में आराम मिलता है। ध्यान रखें कि एक साल से ज्यादा उम्र के बच्चे को ही हल्दी के साथ शहद मिलाकर दें।

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