टांगों और पिंडलियों में दर्द के संभावित कारण
थकान या ज्यादा चलना/खड़ा रहना
लंबे समय तक खड़े रहने या ज्यादा चलने से मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।


रक्त संचार की कमी
खासकर बुजुर्गों और डायबिटीज़ के मरीजों में आम समस्या।
विटामिन डी, डी12 या कैल्शियम की कमी
मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी का मुख्य कारण।
नसों में खिंचाव या जकड़न
अचानक मांसपेशियों का सिकुड़ना, खासकर रात में।
वेरिकोज़ वेन्स
पैरों की नसें फूल जाती हैं जिससे भारीपन और दर्द होता है।
साइटिका या रीढ़ की हड्डी की समस्या
पीठ से निकलकर टांगों तक दर्द पहुंचता है।
आर्थराइटिस या गठिया
जोड़ों की सूजन और दर्द।
आराम पाने के घरेलू उपाय
गर्म सेंक
दर्द वाले स्थान पर 15-20 मिनट तक गरम पानी की बोतल या तौलिया रखें।
हल्की स्ट्रेचिंग और योग
विशेषकर पैरों की स्ट्रेचिंग, ताड़ासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन।
सरसों के तेल की मालिश
गुनगुना सरसों का तेल लेकर धीरे-धीरे मालिश करें।
मेथी के दाने का सेवन
रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच भीगी हुई मेथी खाना लाभदायक होता है।
एप्पल साइडर विनेगर
एक गिलास पानी में एक चम्मच मिलाकर दिन में एक बार पी सकते हैं।
बनाना और नारियल पानी
पोटैशियम की पूर्ति से मांसपेशियों की जकड़न कम होती है।
आराम और ऊँचाई पर पैर रखना
सोते समय पैरों के नीचे तकिया रखने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
- दर्द लगातार कई दिनों से बना हो।
- पैरों में सूजन, लालिमा या गर्माहट हो।
- चलने-फिरने में दिक्कत हो रही हो।
- रात में अक्सर क्रैम्प्स हो रहे हों।
- सुन्नपन या झनझनाहट महसूस हो।


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