-आरोपी अवैध रूप से कराता था दोनों बच्चों से घर का काम
-बाल आयोग की अध्यक्षा के कड़े रुख के बाद श्रम विभाग व पुलिस ने उठाया छापेमारी का कदम
समाचार सच, देहरादून (एजेंसी)। उत्तराखंड के रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव द्वारा अपने घर पर अवैध रूप बच्चों से काम कराने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत पर शनिवार को बाल आयोग की टीम ने रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम प्रकाश आर्य के घर छापेमारी करते हुए के घर पर अवैध रूप से काम करते हुए बच्चे बरामद किये हैं। जिनमें एक वयस्क और एक लड़की नाबालिक है। बाल आयोग की टीम ने एफआईआर करने के बाद नाबालिक बच्ची को बालिका निकेतन भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बाल आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी को शिकायत मिली थी कि उत्तराखंड शासन में कार्यरत रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम प्रकाश आर्य के घर पर दो युवतियों को अवैध रूप से रख कर उनसे घर का काम करवाया जा रहा है, जिस पर बाल आयोग ने संज्ञान लेते हुए श्रम विभाग और पुलिस के अधिकारियों से संपर्क किया।
सूत्रों के अनुसार श्रम विभाग और पुलिस के अधिकारी आखिरी समय तक बाल आयोग को इस बात के लिए मनाते रहे कि मामला अधिकारी से जुड़ा हुआ है लिहाज़ा कोई बीच का रास्ता निकला जाय तो ठीक रहेगा। लेकिन बाल आयोग की अध्यक्ष के कड़े रुख के बाद श्रम विभाग और पुलिस को अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने को मज़बूर होना पड़ा है।
बाल आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने उक्त मामले में कहा है कि बच्चों से अवैध रूप से कार्य करवाना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है। अगर भविष्य में ऐसे अपराध करने की कोई शिकायत आती है तो उसके खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई की जायेगी।
सूत्रों से पता चला है कि रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम प्रकाश आर्य के घर पर अवैध रूप से काम कर एक बालिका को अधिकारी ने अपनी रिश्तेदार बताया है जबकि दूसरी नाबालिक मामले में पकडे़ जाने के बाद को गोद लेने की बात कही है। जबकि बाल आयोग ने मामले में पूरी कार्रवाई होने और गोद लेने की प्रक्रिया उसके बाद किये जाने का सुझाव आरोपी अधिकारी को दिया है।


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