समाचार सच, देहरादून/रामनगर। उत्तराखंड में एक दर्दनाक हादसे ने मासूम की जिंदगी छीन ली। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर खेलते-खेलते खानपान स्टॉल के काउंटर पर झूल रही छह साल की बच्ची अचानक उसके नीचे दब गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और स्टेशन पर मौजूद लोग भी स्तब्ध रह गए।


घटना हरिद्वार रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक की है। पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के पूरनपुर गांव निवासी अवनीश अपनी पत्नी और बेटी सृष्टि के साथ एम्स ऋषिकेश से लौट रहे थे। अवनीश की पत्नी किडनी रोग से पीड़ित हैं और ऋषिकेश में उनका इलाज चल रहा था। डॉक्टर से परामर्श के बाद परिवार हरिद्वार पहुंचा था और रात की ट्रेन से घर लौटने की तैयारी कर रहा था।
इसी दौरान, खेलते-खेलते सृष्टि एक खाली खानपान स्टॉल के काउंटर के पास पहुंच गई और उस पर झूलने लगी। अचानक भारी पत्थर की स्लैब वाला काउंटर बच्ची के ऊपर गिर गया। बच्ची की चीख सुनते ही उसके माता-पिता और आसपास के यात्री मौके पर पहुंचे और किसी तरह उसे काउंटर के नीचे से बाहर निकाला। तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जीआरपी थाना प्रभारी अनुज सिंह ने बताया कि जिस स्टॉल का काउंटर पलटा, उसका टेंडर 31 मार्च को समाप्त हो चुका था और वह खाली पड़ा था। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब स्टॉल बंद हो चुका था, तो वहां पर भारी काउंटर को हटाने की जिम्मेदारी किसकी थी?
फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। बच्ची के पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं कि खाली पड़े स्टॉल की सही तरीके से निगरानी क्यों नहीं की गई, जिससे इस मासूम की जान जा सकी।




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