समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। एंजीयटी एक मानसिक स्थिति है, जो व्यक्ति को चिंता, घबराहट, और बेचैनी का अहसास कराती है। इसके लक्षण शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से हो सकते हैं। अक्सर लोग महसूस करते हैं कि उनका शरीर असहज है, दिल तेज़ धड़क रहा है या कोई अन्य शारीरिक बदलाव हो रहा है।
यहाँ पर एंजीयटी के कुछ प्रमुख लक्षण दिए गए हैं
घबराहट और डर का अहसास
- एंजीयटी में व्यक्ति को बिना किसी स्पष्ट कारण के डर या घबराहट का एहसास हो सकता है।
- कभी-कभी यह डर किसी विशेष घटना या जगह से जुड़ा होता है, जबकि अन्य समय में यह बिना किसी कारण के होता है।
बीपी बढ़ना
- एंजीयटी के दौरान शरीर में तनाव बढ़ता है, जिसके कारण रक्तचाप (बीपी) बढ़ सकता है।
- उच्च रक्तचाप के कारण सिरदर्द, चक्कर आना, या थकान जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
सिर भारी होना
- एंजीयटी के कारण सिर में भारीपन महसूस हो सकता है, जैसे कोई दबाव या तनाव हो।
- यह लक्षण मानसिक और शारीरिक तनाव के परिणामस्वरूप हो सकता है।
धड़कन तेज होना
- एंजीयटी के दौरान दिल की धड़कन तेज़ हो सकती है, जो कभी-कभी महसूस होती है या अधिक घबराहट का कारण बनती है।
सांस लेने में तकलीफ
- सांस लेने में कठिनाई या गहरी सांस लेने में परेशानी महसूस हो सकती है।
- यह लक्षण अक्सर एंजीयटी के दौरों के दौरान होता है।
मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द
तनाव के कारण शरीर की मांसपेशियों में तनाव हो सकता है, जिससे दर्द और खिंचाव महसूस हो सकता है।
चक्कर आना और हल्का होना
एंजीयटी के दौरान मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो सकती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं और हल्का महसूस हो सकता है।
नींद में दिक्कत
चिंता और घबराहट के कारण नींद में समस्या हो सकती है, जैसे नींद का टूटना या नींद ना आना।
एंजीयटी से निपटने के उपाय-
ध्यान और योग- ध्यान, प्राणायाम और योग से मानसिक शांति मिल सकती है।
समय पर इलाज- यदि एंजीयटी के लक्षण बढ़ रहे हैं, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है।
स्वस्थ जीवनशैली- सही खानपान, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद से एंजीयटी को नियंत्रित किया जा सकता है।
मनोवैज्ञानिक थेरेपी – सीबीटी जैसी थेरेपी से एंजीयटी के कारणों को समझने और उन्हें दूर करने में मदद मिल सकती है।
एंजीयटी के घरेलू उपाय
चाय के बजाय हर्बल चाय पिएं
कैमोमाइल या तुलसी की चाय पीने से मानसिक शांति मिलती है और घबराहट कम होती है। ये चाय आरामदायक होती हैं और तनाव को कम करने में मदद करती हैं।
सांस लेने की एक्सरसाइज
गहरी सांसें लें, इससे मस्तिष्क को शांति मिलती है और घबराहट दूर होती है। (4-7-8)तकनीक, जिसमें 4 सेकंड तक श्वास लें, 7 सेकंड तक उसे रोके रखें और फिर 8 सेकंड में धीरे-धीरे छोड़ें, यह तरीका मददगार हो सकता है।
विटामिन बी और मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स
ये तत्व मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाते हैं और चिंता को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
योग और ध्यान
योग और ध्यान मानसिक स्थिति को शांत करने और चिंता कम करने के लिए बहुत प्रभावी होते हैं। कुछ मिनटों का ध्यान भी मन को शांत कर सकता है।
आलमंड (बादाम) और अखरोट
इनमे ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जो मानसिक तनाव को कम करते हैं।
पानी पीना
शरीर में पानी की कमी से भी चिंता बढ़ सकती है। इसलिए पर्याप्त पानी पीने की आदत डालें।
हंसी और अच्छा मूड बनाए रखें
हंसी के माध्यम से तनाव को कम किया जा सकता है। सकारात्मक विचार और हंसी से मस्तिष्क को आराम मिलता है।
स्वस्थ आहार
संतुलित आहार, जिसमें फल, सब्ज़ियां, और ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ हों, मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
नोट
यदि एंजीयटी के लक्षण लगातार बने रहें या अधिक गंभीर हों, तो एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक हो सकता है।
इन उपायों को अपनाकर आप चिंता और घबराहट को कम कर सकते हैं, और अपनी मानसिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
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