
समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे। सोमवार शाम को प्रदेश मुख्यालय में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी को फिर से नेता चुन लिया गया है। अब एक और इतिहास बन गया है उत्तराखंड में यह पहला अवसर है, जब विधानसभा चुनाव में पराजित होने के बावजूद किसी नेता को फिर से मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है।


आपको बता दें कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले धामी को मुख्यमंत्री के रूप में छह महीने का कार्यकाल मिला था। यह उनकी बड़ी उपलब्धि रही कि पांच साल की एंटी इनकंबेंसी को दरकिनार कर वह भाजपा को लगातार दूसरी बार सत्ता में लाने में सफल रहे। पुष्कर सिंह धामी ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा सीट से दो बार विधायक रहे, लेकिन इस चुनाव में धामी को हार का मुंह देखना पड़ा। उन्हें कांग्रेस के भुवन कापड़ी ने हराया। भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि सत्ता में आने की स्थिति में धामी को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
सोमवार शाम पांच बजे उत्तराखंड के पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में देहरादून में विधायक दल की बैठक हुई। इसमें नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगी। धामी के नाम पर रखे गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
इससे पूर्व भाजपा प्रदेश मुख्यालय में विधायक दल की बैठक के लिए विधायक और पार्टी नेता दोपहर से ही जुटना शुरू हो गए थे। नए मुख्यमंत्री को लेकर समर्थक अपने नेताओं के नाम के कयास लगा रहे थे। केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी विधायक दल की बैठक में उपस्थित रहे।
विधायक दल की बैठक में मुख्य रूप से उत्तराखंड चुनाव प्रभारी रहे केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, लोकसभा सदस्य अजय टम्टा, महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह, तीरथ सिंह रावत, राज्यसभा सदस्य व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।




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